प्रेगनेंसी में छाछ का सेवन करना चाहिए या नहीं | Buttermilk During Pregnancy in 2024
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प्रेगनेंसी में छाछ का सेवन करना चाहिए या नहीं। छाछ जिसको लस्सी/मट्ठा/Buttermilk के नाम से भी जाना जाता है।
छाछ के पोषक तत्त्व
छाछ बहुत सारे पोशाक तथ्यों से भरपूर होता है। इसके अंदर हेल्दी बैक्टीरिया मिलेगा,
कार्बोहाइड्रेट्स आपको मिलेंगे और साथ ही साथ में इसके अंदर मिलने वाला लैक्टोस आपके शरीर के अंदर रोग प्रतिरोध क्षमता को भी मजबूत बनाता है। छाछ के अंदर बहुत अच्छी मात्रा में विटामिन-सी, विटामिन-बी होते हैं और इससे आपके शरीर को बहुत अच्छा पोषण मिलता है। छाछ में आपको लोहा, पोटेशियम, फास्फोरस जैसे तत्व मिलेंगे और इनका बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है।
पेट खराबी में फायदेमंद
गर्भावस्था के दौरान पेट से संबंधित बहुत सारी समस्याएं आपको देखने को मिलेगी जैसे की आपका पेट कई बार खराब रह सकता है, आपका डाइजेस्टिव सिस्टम खराब है, ऐसे में अगर आप एक ग्लास छाछ में काला नमक या फिर सैंधा नमक और भुना जीरा पाउडर डाल के इसको पीती है तो आपको बहुत ज्यादा फायदा मिलता है।आपकी पाचन शक्ति दुरुस्त होती है। छाछ पीने से आपके अंदर ऊर्जा का संचार एकदम से होता है यानी की अगर आप कमजोरी महसूस कर रही है तो भी आपको छाछ का प्रयोग करना चाहिए। छाछ आपके शरीर के अंदर पानी की आपूर्ति करता है जिससे आपका शरीर हाइड्रेटेड रहता है।
कब्ज को दूर करे
अगर आपको कब्ज की शिकायत है तो आप एक ग्लास छाछ में अजवाइन मिला के पिएंगे तो आपको बहुत ज्यादा आराम मिलेगा। वही दोस्तों अगर आप छाछ में पुदीने के पत्ते मिलकर पियेंगे तो ये एक बहुत ही बढ़िया डिटॉक्सिफायर का काम करता है और आपके शरीर में से सारे के सारे विषाक्त तत्वों को बाहर निकाल सकता है।
एसिडिटी में फायदेमंद
एसिडिटी और सीने में जलन इसकी समस्या भी आपको प्रेगनेंसी में देखने को मिल सकती है। अगर आपको ऐसा कुछ अनुभव हो रहा है तो आप छाछ में मिश्री, काली मिर्च और सेंधा नमक मिलकर रोजाना पीजिये इससे आपकी एसिडिटी और सीने में जलन जैसी समस्या से भी आप निजात का सकती हैं। दूध पीने से छाछ पीना बहुत ज्यादा बेहतर माना जाता है।
इम्युनिटी बढ़ाता है
छाछ के अंदर पे जान वाला बायो एक्टिव प्रोटीन आपके ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है और साथ ही साथ में इससे आपकी रोग प्रतिरोध क्षमता भी मजबूत होती है।
गर्भ में बच्चे के लिए फायदेमंद
- छाछ के अंदर कैल्शियम और पोटेशियम की मात्रा काफी अच्छी होती है और इससे आपके शिशु की हड्डियों का विकास बहुत अच्छे तरीके से होता है और स्वयं आपको भी इससे अपनी हड्डियों में मजबूती मिलती है।
- छाछ में प्रोटीन की भी मात्रा भी काफी अच्छी होती है जिससे गर्भ में शिशु के संपूर्ण विकास में मदद मिलती है। प्रेगनेंसी के दौरान अगर आपके कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ गया है तो छाछ प्राकृतिक औषधि है जिससे की आपको कोलेस्ट्रॉल को घटाना में मदद मिलेगी।
छाछ पीने से पहले समझें
- छाछ ताजी होनी चाहिए क्योंकि बहुत दिनों से रखी हुई छाछ का अगर आप सेवन करते हैं तो उससे खट्टे होने के चांसेस बहुत ज्यादा हो जाते हैं। खट्टी छाछ आपका गला खराब कर सकती है, सर्दी जुकाम में छाछ बिलकुल न पिएं। आपको छाछ रात के समय पर या फिर शाम के समय पर बिल्कुल भी नहीं पीनी है। अगर आपको इसका सेवन करना है तो आप सुबह या फिर दोपहर को इसका सेवन करें तो आपके लिए बहुत बढ़िया होगा अन्यथा आपको कुछ और समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
- अगर आपको बुखार है, उस समय पर आप छाछ का सेवन बिल्कुल भी ना करें
सर्दी जुखाम अगर आपको वो रखा है तो भी आपको छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर बहुत ही ज्यादा ठंडी होती है। - अगर आपको त्वचा से संबंधित कोई समस्या है जैसे की एग्जिमा जो की एक बहुत ही आम प्रॉब्लम है प्रेगनेंसी के दौरान तो भी आपको मट्ठा यानी की छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए
- अगर आपको गुर्दे से संबंधित कोई तकलीफ है या कोई बीमारी है तो भी आपको छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए
तो यह थे कुछ फायदे और नुक्सान छाछ पीने के। इनको दिमाग में रख कर और अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से बात करके ही आप छाछ का सेवन करें।
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