प्रेगनेंसी

प्रेगनेंसी में पेट में अलग सी हलचल, एकदम से झटका महसूस होना – किसका संकेत है

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प्रेगनेंसी का जब अंतिम चरण होता है तो इस दौरान आपके पेट में भी, आपके गर्भाशय से भी आपको अचानक से अलग-अलग सी हलचल महसूस होती है। अचानक से आपका पेट धक हो जाता है, पेट में टाइटनिंग हो जाती है, पेट में आपको ऐसी चीजें महसूस होती हैं जो कि अचानक से होती है फिर थोड़ी देर बाद रुक जाती है।

आपको ऐसा महसूस होता है कि ये जो मूवमेंट मुझे हुई है कुछ अलग ही तरीके से मेरे पेट में बिहेव कर रही है या फिर आप कह पाएं कि अचानक से आपके पेट में तेज से झटका लगता है।

कुछ गर्भवतियों को तो ऐसा महसूस होता है कि उनकी मांसपेशियों में अचानक से काफी तेज दर्द हो गया है। तो भला ये क्यों होता है?

गर्भाशय स्त्री जननांग होता है जो कि महिला के पेल्विस के बीच में मूत्राशय के पीछे और मलाशय के सामने स्थित होता है। नॉर्मली, महिलाएं जब प्रेगनेंसी कंसीव नहीं करती हैं तो इस टाइम पे जो ये गर्भाशय होता है ये 7.5 सेंटीमीटर लम्बा और चौड़ाई में लगभग 5 सेंटीमीटर होता है।

इसकी मोटी परत की बात की जाए तो ये 2.5 सेंटीमीटर तक की होती है। इसकी जो आकृति होती है वो नस्पति के जैसे होती है । वजन की बात की जाए तो 30 से लेकर 50 ग्राम के बीच में गर्भाशय का वजन होता है । रंग में लगभग ये नारंगी रंग का होता है।

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तो इसकी पोजीशन और बनावट के बारे में तो आप समझ ही गए हैं। बात आती है प्रेगनेंसी कंसीव करने के बाद। क्योंकि गर्भाशय का ही सबसे बड़ा रोल प्रेगनेंसी में होता है जिसमें कि भ्रूण यानी कि बच्चा आपका पनपता है।

जैसे ही महिला कंसीव करती है तो कुछ समय तक तो गर्भाशय का आकार बिल्कुल ना के बराबर बढ़ता है। लेकिन प्रेगनेंसी के ढाई से तीन महीने के बाद से ये गर्भाशय आकार लेने लग जाता है। तो गर्भाशय में भ्रूण के आकार बढ़ने के साथ-साथ, गर्भाशय भी बलून की तरह फूलने लगता है।

इसी बीच में क्या होता है कि प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं के शरीर में अतिरिक्त खून बनने लग जाता है, लगभग 40 से लेकर 50 प्रतिशत तक खून गर्भवती महिलाओं के शरीर में अतिरिक्त बनता है। ऐसे में गर्भाशय में अतिरिक्त रक्त पंप करने के लिए हार्ट को बहुत अधिक काम करना पड़ जाता है जिससे कि गर्भवती महिलाओं की हार्ट बीट यानी कि धड़कन भी काफी तेजी से बढ़ने लग जाती है।

अब ये गर्भाशय धीरे-धीरे जब बढ़ता है और प्रेगनेंसी के अंतिम चरण आते-आते आपके गर्भाशय में आपके बच्चे को हिलने डुलने के लिए बिल्कुल कम जगह बच जाती है। या फिर यूं कहे कि आपके बच्चे को पर्याप्त जगह इस दौरान हिलने डुलने की नहीं मिलती है।

इस समय गर्भवती महिलाएं अपने बच्चे की हर एक हलचल को महसूस कर पाती है क्योंकि बच्चा इस दौरान एक ही जगह पर हिल डुल रहा होता है। तो जब बच्चे को हिलने डुलने के लिए बिल्कुल जगह नहीं मिलती है तो वो अपनी जगह पर ही अपनी पोजीशन में ही कई बार आपको तेज झटके दे सकता है ।

pain during first month of pregnancy

जिस वजह से आपकी मांसपेशियों में कई बार आपको दर्द हो सकता है। आपके पेट में कई बार आपको तेज झटका लग सकता है और यहां तक कि कई बार आपको आपके पेट में धक-धक की आवाज महसूस हो सकती है।

इसके अलावा एक ही जगह पर बहुत देर तक बच्चे के रहने से आपको इस दौरान कई बार एक विशेष स्थान पर दर्द और असहजता बन सकती है। तो इस तरीके से जब आपके गर्भाशय में शिशु को हिलने डुलने के लिए बिल्कुल जगह नहीं मिलती है तो आपको कई तरीके की मूवमेंट्स आपके बच्चे की इस दौरान महसूस हो सकती है। जिससे कि कई बार आप डर सकती हैं।

first day of pregnancy

आपका बच्चा जब एक ही जगह पे बहुत देर तक रहता है और उससे डिस्कंफर्ट होता है तो वो आपको कई अलग-अलग तरीके से संकेत देता है। तो आपको तेज झटका लगना, पेट टाइट होना या कई बार धक-धक की आवाज आना, इस टाइप का आपको महसूस हो सकता है।

बस आपको ध्यान रखना है कि आपको अपने बच्चे की मूवमेंट को ट्रैक करते रहना है। मूवमेंट का मतलब होता है कि बच्चा ठीक है। अगर मूवमेंट कहीं कम हो जाती है या फिर नहीं होती है, तो ये कहीं ना कहीं चिंता की बात हो सकती है।

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