ओवुलेशन क्या होता है और कब होता है – किस दिन | What is Ovulation And When It Happens
अगर आप प्रेगनेंसी प्लान कर रही है, तुरंत से गर्भ धारण करना चाहती हैं, मां बनना चाहती हैं तो आपको यह जानना बहुत ज्यादा जरूरी है कि आपके मासिक चक्र के दौरान कौन से वह दिन होते हैं, जिसमें आपके गर्भधारण करने की क्षमता प्रबल होती है।
जिन दिनों में आप की प्रजनन क्षमता बहुत अधिक होती है उन दिनों को ही ओवुलेशन पीरियड कहा जाता है, बशर्ते आप किसी तरीके की जन्म नियंत्रण तरीके या फिर कॉन्ट्रासेप्टिव दवाइयों का उपयोग पिछले 3 महीने से नहीं कर रहे हैं तो आपके इस दौरान गर्भधारण करने के बहुत अधिक सम्भावना होती है।
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ओवुलेशन क्या होता है
आपको जानकर हैरानी होगी कि महिलाओं में उनके जन्म से पहले यानि जब महिला अपनी मां के गर्भ में होती है उसी समय उनकी ओवरी में तकरीबन 20000000 (दो करोड़) अंडे बन जाते हैं।महिला के जन्म से लेकर महिला की युवावस्था यानी कि जब महिला का मासिक धर्म होना शुरू हो जाता है, उस समय तक महिला के करीबन 500000 अंडे ही बचते हैं।
महिलाओं के पीरियड खत्म होने के कुछ दिन के बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन बनने लग जाता है जो कि यूट्रस की लाइनिंग को मोटा करने लगता है
ताकि यह गर्भ में शुक्राणु के लिए उचित वातावरण बना सके।
महिला के शरीर में जैसे-जैसे एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने लगता है तो एक और हार्मोन ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन में वृद्धि होने लगती है, जो की महिला की ओवरी से अंडाणु निकलने के कारण होती है और इसी दौरान महिला ओवुलेट करती है।
ओवुलेशन कब होता है
किस दिन महिला ओवुलेट होती है, इसका सटीक दिन क्या होता है, यह जानना बहुत ज्यादा मुश्किल होता है। जिन महिलाओं का मासिक चक्र बिल्कुल नियमित होता है, उन महिलाओं में ओवुलेशन के दिनों का अंदाज़ा लगाया जा सकता है लेकिन जिन महिलाओं का मासिक चक्र अनियमित होता है उन महिलाओं में ओवुलेशन का पता लगाना कठिन हो जाता है।
जब महिला के अंडाशय यानि ओवरी से एक परिपक्व अंडा निकलता है यह प्रक्रिया हर महीने होती है तो इसी समय को ओवुलेशन समय कहा जाता है। यह सामान्यतः यह समय महिला के मासिक धर्म खत्म होने के 12 से लेकर 14 दिन या फिर लगभग 16 दिन तक हो सकता है, तो इस दौरान अगर आप सम्बन्ध बनाते हो तो हो सकता है आप तुरंत गर्भधारण कर लें। इस समय के आसपास एक महिला के प्रेग्नेंट होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है।
इस दौरान शुक्राणु के मिलने पर हो सकता है कि शुक्राणु आपके अंडे को फर्टिलाइज करें या ना भी करें। अगर इस दौरान अंडा निषेचित हो जाता है तो आप गर्भ धारण कर लेती हैं और अगर यह निषेचित नहीं होता है तो अंडा टूटकर महिला के यूट्रस लाइनिंग में जाके मिल जाता है और महिला के मासिक धर्म के दौरान यह बाहर निकल जाता है।
ओवुलेशन होने के कुछ मुख्य लक्षण
ओवुलेशन होने के कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिससे आप पता लगा सकते हैं कि आपका ओवुलेशन पीरियड आने वाला है या फिर आपका ओवुलेशन जब चल रहा है तो कुछ मुख्य जो आपको जाने बहुत ज्यादा जरूरी है, ताकि इस समय को सही से पहचाना जा सके –
- गर्भाशय ग्रीवा का नरम, उच्च स्तर और अधिक खुला होना
- स्तनों में संवेदनशीलता आना, कोमल होना
- सर्वाइकल म्यूकस का अधिक बहना, पतला होना, चिकना और स्पष्ट होना
- योनि में सूजन आना
- संबंध बनाने की प्रबल इच्छा होना
- पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द और ऐठन होना
- शरीर के तापमान में बदलाव आना
- लुटेनाइजिंग हॉरमोन में वृद्धि होना
- और स्वभाव में बदलाव आना
ओवुलेशन के लक्षण की अधिक जानकारी : http://garbhgyan.com/ओवुलेशन-के-ये-लक्षण-होते-ह/
हर महिला के शरीर की बनावट अलग होती है कई महिलाएं तुरंत गर्भधारण कर लेती है तो कई महिलाओं को काफी प्रयास करना पड़ता है। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप इस दौरान तुरंत गर्भधारण कर ही लेंगी।
ध्यान रखें कि अगर आप गर्भधारण का प्रयास कर रही हैं तो आपको बहुत ज्यादा सहनशील और धैर्यवान होना पड़ेगा और साथ ही खान पान का विशेष ध्यान देना होगा।
लेख में बताए गए समय और लक्षणों को ध्यान में रखें और इसी तरीके से अगर आप प्रयास करेंगे तो आप जरूर जल्द ही गर्भधारण करेंगी
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