प्रेगनेंसी

8 नवंबर को चंद्र ग्रहण के दिन गर्भवती यह गलतियां न करें | 8 November Lunar Eclipse and Pregnancy

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8 नवंबर 2022 को चंद्र ग्रहण

इस साल 2022 का अंतिम ग्रहण यह चंद्र ग्रहण है। 2022 साल का दूसरा ग्रहण सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगा था। ठीक इसके पंद्रह दिन के बाद यानी कि के अंदर, 8 नवंबर को एक और ग्रहण लगने जा रहा है जो कि चंद्र ग्रहण है।

सूर्य ग्रहण जो होता है वो अमावस के दिन लगता है और चंद्र ग्रहण जो होता है वो पूर्णिमा के दिन लगता है। जो चंद्रग्रहण 8 नवंबर लगने वाला है ये  पूर्णिमा के दिन लगने वाला है। 

चंद्रग्रहण ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान राहु और केतु का प्रकोप धरती पर रहता है। ग्रहण जो होते हैं वो कहीं ना कहीं हमारे जीवन में नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। हालाँकि वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो ये एक खगोलीय घटना है। लेकिन धर्म की नजर से, धार्मिक दृष्टि से देखा जाए इनका देश और दुनिया के सभी जातकों पर अपना कहीं ना कहीं नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में सभी को इस दौरान सतर्कता बरतनी चाहिए खासतौर पे गर्भवती स्त्रियों को इस दौरान बहुत ज्यादा अपना ध्यान रखना होता है।

8 नवंबर चंद्र ग्रहण लगने वाला है। ये ग्रहण कितने बजे लगेगा? क्या भारत में दिखाई देगा? नहीं देगा। गर्भवती महिलाओं को क्या फिर भी इसमें सावधानियां रखनी है या नहीं रखनी है?

सही समय और सूतक कि जानकारी

8 नवंबर को हिंदू पंचांग के अनुसार देखा जाए तो पूर्णिमा है। कार्तिक पूर्णिमा का दिन जो होता है वो बड़ा खास होता है। कई लोग इसमें व्रत भी रखते हैं। तो 8 नवंबर को ही चंद्रग्रहण पड़ रहा है। इस चंद्रग्रहण के समय की अगर बात करें तो सुबह के समय ये

  • 8 नवंबर शुरू होगा : शाम 5:35 बजे से 
  • मध्य: शाम 6:19 बजे
  • समाप्ति : शाम 7:26 बजे

कहाँ कहाँ दिखाई देगा

ये ग्रहण जो है वो भारत में दिखाई देगा इसलिए इस ग्रहण का सूतक भी मान्य होगा जो कि ग्रहण लगने से ठीक नौ घंटे पहले शुरू हो जाता है । सूतक काल में कोई भी पूजा-पाठ वाले काम आप नहीं कर सकते हैं, कोई भी शुभ कार्य शुरू नहीं कर सकते हैं।

भारत समेत दक्षिणी/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत , अटलांटिक और हिंद महासागर में देखने को मिलेगा

प्रेगनेंसी में क्या करें और क्या नहीं

ग्रहण जो होते हैं वो अपने नकारात्मक प्रभाव के कारण जाने जाते हैं। ऐसे में कहा जाता है कि अगर चंद्रग्रहण की छाया भी आप पर पड़ जाती है यानी कि गर्भवती स्त्री पर पड़ जाती है इसका सीधा-सीधा असर जो होता है गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है, नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इंडिया में ये ग्रहण है तो आप कुछ सावधानियां जरूर रखिए। ग्रहण शुरू होने से पहले आप  भोजन कर लीजिए। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को बहुत अधिक नींद आती है, थकान लगती है, सुस्ती होती है, तो ऐसे में आप लेट सकती हैं, लेकिन आप इस दौरान सोए ना तो बेहतर होगा। आप इस दौरान शिव चालीसा, दुर्गा स्तुति करिए, तो इससे आपके और आपके गर्भ में पल रहे शिशु पर इसका सकारात्मक प्रभाव होता है।

प्यास अगर आपको बहुत ज्यादा लगती है तो आप क्या करें कि आप सुबह सबसे पहले अपने पीने वाले पानी में तुलसी के पत्ते डाल के रख लीजिए तो ये काम आप जरूर करिए इसके अलावा एक चीज का ध्यान रखिए कि किचन में आप अगर जा रहे हो तो आप इस दौरान चाकू, छुरी इत्यादि का काम ना करें ।कोई भी धारदार चीज का इस्तेमाल इस दौरान ना करें। आपको इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना है घर के भीतर रहना ।ग्रहण जैसे ही समाप्त हो जाए उसके बाद आप नहा लीजिए। जो कपड़े आपने पहने हैं वो कपड़े आप बदल लीजिए, कपड़ों को धो दीजिए और घर में गंगाजल का छिड़काव करिए। अपने ऊपर भी गंगाजल का छिड़काव करिए और उसके बाद ही आप पूजा-पाठ कर सकते हैं और तजा बना हुआ भोजन करना चाहिए

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